प्रारंभिक जीवन एवं शिक्षा
Atul Vats एक भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) अधिकारी हैं, जो 2016 बैच के उत्तर प्रदेश कैडर से हैं। हरियाणा (सोनीपत) निवासी अतुल वत्स ने 2015 के UPSC परीक्षा में पहली कोशिश में ऑल इंडिया रैंक 60 हासिल की थी। इसके पूर्व उन्होंने पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज (PEC), चंडीगढ़ से मेटलर्जिकल इंजीनियरिंग में बी.ई. की डिग्री प्राप्त की थी। उनके स्कूली जीवन और प्रारंभिक दिनों में देश सेवा का उद्देश्य स्पष्ट था, और चयन ने उन्हें प्रशासन में कुछ नया करने का अवसर दिया।
सिविल सर्विस में प्रवेश एवं बैच
UPSC परीक्षा में प्रथम प्रयास में सफल होकर उन्होंने IAS 2016 बैच में प्रवेश लिया। (APAC Media) इंजीनियरिंग पृष्ठभूमि तथा समाजशास्त्र (उनकी ऑप्शनल सब्जेक्ट) की समझ ने उन्हें तकनीकी + सामाजिक दृष्टिकोण से प्रशासन में खुद को स्थापित करने में मदद की।
करियर पथ
-
सबसे पहले उन्हें उत्तर प्रदेश के सोनभद्रा जिले में सहायक मजिस्ट्रेट के रूप में नियुक्त किया गया। (The Times of India)
-
इसके बाद उन्हें मऊ जिले में संयुक्त/जिलाधिकारी के रूप में तैनात किया गया। (Facebook)
-
बाद में उन्होंने सुलतानपुर में चीफ डेवलपमेंट ऑफिसर (CDO) के रूप में काम किया – विकास प्रशासन का अहम पद। (Facebook)
-
सितंबर 2022 में उन्हें अलीगढ़ विकास प्राधिकरण (ADA) के उपाध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया। (The Times of India)
-
16/17 मार्च 2024 को उन्होंने Ghaziabad Development Authority (GDA) के उपाध्यक्ष का पदभार संभाला। (The Times of India)
-
अक्टूबर 2025 में उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा बड़े स्तर पर 46 IAS अधिकारियों के फेरबदल में उन्हें Hathras जिले का जिलाधिकारी नामित किया गया।
इन विभिन्न तैनातियों से उनका प्रोफाइल क्षेत्र प्रशासन (मेडियम स्तर) से विकास प्राधिकरण नेतृत्व और फिर जिले प्रशासन के मिश्रण तक विस्तारित हुआ।
मुख्य उपलब्धियाँ एवं उल्लेखनीय बातें
-
UPSC में पहली कोशिश में Rank 60 प्राप्त करना एक बड़ी उपलब्धि है।
-
इंजीनियरिंग बैकग्राउंड से निकलकर सिविल सेवा में जाना इस बात का संकेत है कि उन्होंने अपने करियर में बदलाव स्वीकार किया।
-
GDA में उपाध्यक्ष के रूप में उनकी नियुक्ति ने उनकी करियर प्रगति को सार्वजनिक रूप से मान्यता दी। (The Times of India)
समाचार एवं हालिया घटनाएं
-
मार्च 2024 में GDA के उपाध्यक्ष के रूप में उनकी नियुक्ति का समाचार प्रमुख मीडिया में प्रकाशित हुआ। (The Times of India)
-
अक्टूबर 2025 में उत्तर प्रदेश में बड़े स्तर पर प्रशासनिक फेरबदल हुआ; अतुल वत्स को Hathras जिले के DM के रूप में तैनात किया गया।
-
GDA की “Who’s Who” सूची में उन्हें उपाध्यक्ष के रूप में दर्ज किया गया है। (Ghaziabad)
विवाद / चुनौतियाँ
जबकि सार्वजनिक रूप से किसी बड़े व्यक्तिगत विवाद की जानकारी उपलब्ध नहीं है, विकास प्राधिकरण जैसे पदों पर रहकर उन्हें भूमि अधिग्रहण, शहरी अतिक्रमण तथा निवासियों की शिकायतों जैसे संवेदनशील मामलों से निपटना पड़ता है। उदाहरण स्वरूप, GDA में उनके पदकाल में एक निवासियों द्वारा 40 साल से लंबित समस्या का पत्र भेजा गया था। (Scribd)
साथ ही, यूपी में अधिकारीयों की तैनाती-परिवर्तन अक्सर राजनीतिक चर्चा का विषय बनते हैं; उनका अक्टूबर 2025 का ट्रांसफर इसी श्रेणी में आता है। (The Times of India)
व्यक्तिगत शैली एवं विशेषताएँ
-
इंजीनियरिंग पृष्ठभूमि तथा तैयारी-दृष्टिकोण ने उनकी प्रोफाइल को विशिष्ट बनाया।
-
उनका ऑप्शनल विषय Sociology बताता है कि उन्हें सामाजिक दृष्टिकोण का ज्ञान है – जो प्रशासन के लिए लाभदायक हो सकता है।
-
विभिन्न प्रकार के पदों में तेजी से बदलाव ने यह संकेत दिया कि वे चुनौतियों के लिए तैयार हैं।
-
मीडिया लेखों में ‘2016 बैच IAS अधिकारी’ के रूप में उनके नाम को अक्सर प्रमुखता मिलती है, जो उनकी अपेक्षाकृत युवावस्था और जिम्मेदार पदों के कारण है।
रोचक तथ्य
-
पहली ही कोशिश में UPSC परीक्षा में Rank 60 हासिल करना।
-
इंजीनियरिंग (मेटलर्जिकल) बैकग्राउंड से निकलकर प्रशासनिक सेवा में जाना।
-
इंडक्शन के कुछ वर्षों के भीतर विकास प्राधिकरण की ऐसी जिम्मेदारी लेना जो कि अपेक्षाकृत बड़े पद माने जाते हैं।
-
GDA की उपाध्यक्ष पद पर उनकी नियुक्ति ने उन्हें सार्वजनिक फोकस में लाया।
-
उपलब्ध सार्वजनिक जानकारी के अनुसार, उनके खिलाफ कोई बड़ा व्यक्तिगत विवाद सामने नहीं आया है, जो इस तरह के प्रशासनिक पदों पर असामान्य नहीं होता।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
Q1. अतुल वत्स ने IAS कब जॉइन किया?
A1. वे 2016 बैच के IAS अधिकारी हैं, उत्तर प्रदेश कैडर से। (APAC Media)
Q2. उनका UPSC रैंक क्या था और कितनी बार उन्होंने परीक्षा दी?
A2. उन्होंने 2015 की UPSC परीक्षा में पहली कोशिश में ऑल इंडिया Rank 60 प्राप्त किया था।
Q3. उन्होंने अब तक कौन-कौन बड़े पद संभाले हैं?
A3. उनके प्रमुख तैनातियों में शामिल हैं: सोनभद्रा (सहायक मजिस्ट्रेट), मऊ (DM/Magistrate), सुलतानपुर (CDO), अलीगढ़ विकास प्राधिकरण उपाध्यक्ष, गाजीाबाद विकास प्राधिकरण उपाध्यक्ष, और हतप्रस जिले के DM (2025)। (The Times of India)
Q4. क्या उनके खिलाफ कोई विवाद है?
A4. सार्वजनिक डोमेन में किसी बड़े व्यक्तिगत विवाद की खबर नहीं है। कार्यकाल में भूमि/शहरी मामलों से जुड़ी शिकायतें जरूर रहीं, पर यह प्रशासन के सामान्य हिस्से हैं। (Scribd)
Q5. उनकी प्रोफाइल क्यों खास है?
A5. उनकी पहली-काफी सफलता, इंजीनियरिंग से प्रशासन में स्थानांतरण, अपेक्षाकृत युवा उम्र में बड़े पद और विकास प्राधिकरणों में नेतृत्व-भूमिका उन्हें अलग बनाती है।

Comments
Post a Comment